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Veterinary science क्या है? |
वेटरिनरी साइंस (vetrinary science) क्या है वेटरिनरी साइंस (vetrinary science) में करियर कैसे बनाएं (in hindi)
हेल्लो दोस्तों आज मैं आपको बताने वाला हूं कि वेटरिनरी साइंस (vetrinary science) क्या है और वेटरिनरी साइंस (vetrinary science) में आप अपना कैरियर कैसे बना सकते हैं अगर आपको भी एनिमल से लगाओ है और उनके साथ रहने में अच्छा लगता है तो आप वेटरिनरी साइंस (vetrinary science) और एनिमल केयर (animal care) में अपना करियर बना सकते हैं!
वैसे तो प्राचीन समय से ही लोगों को जानवर पालने का शौक रहा है लेकिन आधुनिकता के इस दौर में लोगों को इससे कई प्रकार के बेनिफिट मिलने पर यह शौक आदत में भी धीरे - धीरे तब्दील होने लगा है और लोगों की इस क्षेत्र में हुई दिलचस्पी को देखते हुए इस क्षेत्र में लोगों की कैरियर बनाने की संभावनाएं भी बढ़ती हुई दिख रही है वैसे तो पशु चिकित्सक बनने के साथ साथ कई और इस क्षेत्र में अवसर पैदा हुए हैं जो हम आपको इस आर्टिकल में बताने वाले हैं !
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Veterinary science |
अगर आप भी पशु चिकित्सक बनना चाहते हैं और इस फील्ड में जाने का आपका लक्ष्य है और वह पूरा नहीं हो पा रहा है तो मैं आपको यहां बताऊंगा कि आपको किस तरीके की डिग्री या डिप्लोमा लेना है और कौन सा कोर्स करना है जिससे क्षेत्र में आप आगे बढ़ सके!
वेटरिनरी साइंस के अंतर्गत आप डिप्लोमा इन वेटरिनरी फार्मेसी या डिप्लोमा इन वेटरिनरी लाइव स्टॉक डेवलपमेंट असिस्टेंट का 2 साल का कोर्स करके आप वेटरनरी फार्मिस्ट बन सकते हैं!
इन कोर्सेज और डिप्लोमा को करने के पश्चात आपको विभिन्न प्रकार के कार्य करने पड़ते हैं जैसे एक वेटरिनेरियन का यह कार्य होता है पशु पक्षियों की बीमारी का पता लगाएं और उनका इलाज करें तथा इस इलाज में वह जानवरों का टीकाकरण करें और उनकी सर्जरी करें या ऑपरेशन और देखभाल से जुड़ी सलाह देने जैसे कार्य करें !
जैसा कि हम सब जानते हैं कि मानव चिकित्सा मिलती-जुलती पशु विज्ञान चिकित्सा है लेकिन मानव को कोई भी समस्या होने पर वह अपनी परेशानी को बता सकता है लेकिन पशु पक्षियों में इसके विपरीत वह अपनी परेशानी का जिक्र नहीं कर पाते हैं और इस कारण यह विज्ञान थोड़ा जटिल हो जाता है!
इस क्षेत्र से जुड़ने के लिए हमारे पास क्या-क्या योग्यताएं और गुण होने चाहिए -
संवेदनशीलता - अगर आप इस फील्ड में आना चाहते हैं तो आपके अंदर जानवरों के प्रति संवेदनशीलता होना आवश्यक है एक वेटरनरी डॉक्टर का सबसे अहम गुण है कि वह संवेदनशील हो !
पशु प्रेमी - पशु पक्षियों से प्रेम होने पर और लगा होने पर ही एक डॉक्टर उनकी परेशानियों को उनकी भावनाओं को समझ सकता है कि उनको क्या समस्या है क्योंकि पशु पक्षी अपनी परेशानी को खुद बताने में असमर्थ होते हैं!
कोर्स -
क्षेत्र में आने के लिए विभिन्न प्रकार की कोर्सेज को कर सकते हैं जैसे वेटरिनरी साइंस में बैचलर डिग्री एवं इसके अलावा डिप्लोमा मास्टर डिग्री और पीएचडी स्तर पर भी संबंधित विषय में कोर्स उपलब्ध है!
कोर्स अवधि-
- बैचलर ऑफ वेटरिनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंडरी - 5 वर्ष
- डिप्लोमा इन वेटरिनरी फार्मेसी - 2 वर्ष
- मास्टर आफ वेटरिनरी साइंस - 2 वर्ष
- पीएचडी इन वेटरिनरी साइंस - 2 वर्ष
वेतन -
अगर बात करे वेतन की तो वेटरिनरी डॉक्टर की तनख्वाह उनके पद और अनुभव के आधार पर तय होती है सरकारी ट्रेंनिंग केंद्रों में फ्रेशर ग्रैजुएट को जूनियर वेटरनरी सर्जन के तौर पर नियुक्त किया जा सकता है तथा यहां वे 10 से ₹15000 प्रति महीना आसानी से कमा लेगा इस क्षेत्र में सरकारी एवं गैर सरकारी दोनों तरीकों की नौकरी मिलती है और अब तो विदेशों में भी इसकी अच्छी खासी डिमांड है!
इस कोर्स को करने के उपरांत आप को शुरुआती दौर में वेतन 10 से ₹15000 प्रति महीने मिलता है और एक्सपीरियंस पढ़ने के साथ-साथ वेतन में बढ़ोतरी होती है !
योग्यता -
अगर कोई भी वेटरिनरी साइंस में प्रवेश लेना चाहता है तो वेटरिनरी साइंस में बैचलर डिग्री कोर्स करने के लिए अभ्यार्थी को विज्ञान विषयों जैसे फिजिक्स केमेस्ट्री , बायोलॉजी के साथ 12वीं की परीक्षा में पास होना चाहिए और साथ ही 12वीं में न्यूनतम 50% अभ्यार्थी के अंक होने चाहिए !
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Veterinary information in hindi |
हमें यह क्षेत्र क्यों चुनना चाहिए -
भारत में अधिकतर पशुओं के प्रति सहानुभूति देखने को सामान्यतः मिल जाती है और पशुओं की संख्या को एक रिसर्च में लगभग 50 करोड़ के आसपास बताया गया है भारत में विश्व के किसी भी देश के मुकाबले सबसे ज्यादा पशु देखने को मिलते हैं और यहां इससे संबंधित वेटरिनरी डॉक्टरों की संख्या काफी कम मिलती है पिछले कुछ सालों से जानवरों में होने वाली जानलेवा बीमारियों ने इस क्षेत्र की ओर काफी ध्यान खींचा है सरकार ने भी इस की ओर काफी उपयोगी कदम उठाए हैं जिससे इस क्षेत्र में नौकरियां पैदा हुई है और धीरे-धीरे सरकार की उदासीनीकरण नीतियों के कारण यह इंडस्ट्री काफी विकसित हो रही ह!
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Some famous institutions |
प्रमुख संस्थान -
- आनंद एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी - गुजरात
- मद्रास वेटरिनरी कॉलेज - चेन्नई
- इंडियन वेटरिनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट - कोलकाता
- नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टिट्यूट - करनाल हरियाणा
- वेटनरी कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट नामक्कल - तमिल नाडु
- राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ वेटरिनरी एंड एनिमल साइंस - बीकानेर राजस्थान
- ओपीजेएस यूनिवर्सिटी - चारू राजस्थान
- चंद्रशेखर आजाद यूनिवर्सिटी आफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी - कानपुर उत्तर प्रदेश
- सेंट्रल एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी - इंफाल मणिपुर
- बिहार वेटरिनरी कॉलेज - पटना बिहार
- अपेक्स ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट - जयपुर राजस्थान
संभावनाएं
इस क्षेत्र में अगर कोई व्यक्ति प्रवेश करता है तो उसके लिए काफी संभावनाएं होती है कि वह पशु चिकित्सक सरकारी तथा गैर सरकारी अस्पतालों एनिमल हसबेंडरी डिपार्टमेंट डेरी इंडस्ट्री पोल्ट्री फार्म मिल्क एंड मिल्क प्रोसेसिंग इंडस्ट्री , फार्मास्यूटिकल सेक्टर इंडस्ट्री तथा एनिमल बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भी वह कार्य करके अपना योगदान दे सकता है तथा निजी अस्पताल या क्लीनिक खोल कर भी कमाई की जा सकती है वह चाहे तो खुद का एक बिजनेस स्टार्ट कर सकता है जिसके लिए सरकार ने भी उसकी मदद के लिए कदम उठाए है सरकार के पास पशुओं से संबंधित कई प्रकार की योजनाएं भी हैं जिनका वह (आप) लाभ ले सकते है !